वंदेमातरम् बोलने वाला मुसलमान तो चाहिए लेकिन संस्कृत पढ़ाने वाला नहीं। BHU के आंदोलनकारी छात्र मालवीय जी के मूल्यों की दुहाई देकर मुसलमान संस्कृत प्रोफ़ेसर की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं। जबकि ना तो ये मालवीय मूल्य हो सकते हैं और ना ही मानवीय मूल्य।
#BHU_में_फ़िरोज़_क्यों