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दिनकर की कविता हूँ,रेणु का सार हूँ नालंदा का ज्ञान हूँ,समुद्र मंथन जहां हुआ मंदार हूं मैं बिहार हूँ ... पाणिनी का व्याकरण हूँ,मिथिला का संस्कार हूँ चाणक्य का अभिमान हूं,अशोक,चंद्रगुप्त का मगध हूं हाँ! बिहार हूँ मैं। आप सभी को #बिहार_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। #BiharDiwas