976
खिसियाने बिल्ले संसद नोचें।
😄
977
‘ये भी कोई बात हुई, किसी को भी मिली सज़ा नहीं,
फ़ैसला नहीं मन का हमारे, हमको आया मज़ा नहीं।’
-शायर नाख़ुश दिलजलालाबादी
😄
978
सीरियस क्वेश्चन- क्या रमज़ान में शराब ख़रीदना जायज़ है तहसीन भाई ? twitter.com/tehseenp/statu…
979
सड़क चलते कोई किसी को अगर ‘चोर-चोर’ कहकर लगातार चिल्लाए तो ये जाने बिना की उसने चोरी की भी है या नहीं, तथाकथित चोर को मारने के लिए भीड़ इकट्ठा हो जाती है. मौजूदा राजनैतिक हालात को देखकर यही लगता है की राजनीति पर लोकतंत्र से ज़्यादा वही भीड़तंत्र हावी है.
980
बहन- ‘भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना, भैया मेरे छोटी बहन को ना रुलाना...!’
भैया- ठीक है, तो फिर वादा कर कि तू ‘लड़ेगी’ नहीं.
😄
981
रीवा की उस लड़की और उसके परिवार की पीड़ा को भूल कर जो ये कह रहे हैं कि आरोपी पंकज त्रिपाठी के घर पर बुलडोज़र चला कर ये कैसा न्याय, गुनाह एक ने किया तो सज़ा पूरे परिवार को क्यूँ?, ये वही लोग हैं जो पहले कहते थे कि बुलडोज़र केवल एक धर्म विशेष के गुनाहगार के घर पर ही क्यूँ चलता है?
982
बीता हुआ कल- ‘जनता चाहती है कि उद्धव मुख्यमंत्री बनें।’
आज- ‘शिवसैनिक चाहते हैं कि उद्धव मुख्यमंत्री बनें।’
आने वाला कल- ‘उद्धव चाहते थे कि उद्धव मुख्यमंत्री बनें।’
😄
983
सुना है कल फ़वाद चौधरी का पेट ख़राब हो गया था और वो रात भर मिसाइलें छोड़ते रहे.😄
984
कोर्ट के इस आदेश के बावजूद कि सिनेमाघरों में फ़िल्म दिखाने से पहले राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य नहीं है, हर फ़िल्म से पहले जब राष्ट्रगान बजता है और सब उसके सम्मान में खड़े होते हैं तो क़सम से सीना छप्पन इंच का हो जाता है.
वंदे मातरम्.🇮🇳
985
पता नहीं ये जीत के पूर्वानुमान का उन्माद है या हार के पूर्वानुमान की खिसियाहट. twitter.com/manakgupta/sta…
986
जब #ValentinesDay पर प्रेम की ख़ातिर सब अपने-अपने चाहने वालों को चूम रहे थे तब वो देश की ख़ातिर अपनी-अपनी मौत को चूम रहे थे। नमन।🙏🏼
#PulwamaAttack
987
कंठ अवरुद्ध है, आंखें नम हैं, होंठ कांप रहे हैं, मुट्ठियां भिंच रही हैं, बाज़ू फड़क रहे हैं और चेहरा तमतमाया हुआ है.
#पुलवामा_अटैक
988
कई एंकर्स तो इतनी ज़ोर-ज़ोर से चीख़ रहे हैं कि ‘यूपी में फिर बीजेपी की वापसी हो रही है, यूपी में फिर बीजेपी की वापसी हो रही है’, कि समझ में नहीं आ रहा कि ये बता रहे हैं या डरा रहे हैं।
😜
989
अरे हाँ, #दीपसिद्धू की गिरफ़्तारी से याद आया कि अपने नवजोत सिंह सिद्धू कहाँ हैं आजकल? नहीं... मेरा मतलब बहुत दिनों से देखा-सुना नहीं ना उनको।
😄
990
क्या करोगे जानकर ? तुम्हें दोनों की ही पहचान नहीं है।😄 twitter.com/JavedKh2491552…
991
सर्जिकल स्ट्राइक- 29 सितंबर 2016.
एयर स्ट्राइक- 26 फ़रवरी 2019.
और
इलैक्टोरल स्ट्राइक- 23 मई 2019.
😄
992
बिहार में कोई कहानी नहीं पलटी है बल्कि कहानी ने ग्राउंड ज़ीरो से कहानी पलटने का दावा करने वालों को पलट दिया है।
😄
993
विज्ञापन छपवाकर अगर लोगों को बेवकूफ़ बनाया जा सकता तो कच्ची दीवारों पर कमज़ोरी के इलाज का विज्ञापन पुतवाने वाला हर हकीम ‘मजनूं का टीला’, ‘पुराने बस स्टैंड के पास’ और ‘रेलवे क्रॉसिंग के बगल’ में बैठने की बजाए अबतक अपने बड़े-बड़े अस्पताल लेकर बैठे होते.😄
994
इमरान ख़ान को ऑलराउंडर बताने वाले कहीं नज़र नहीं आ रहे।
😜
995
क्या कश्मीर में सिर्फ़ मुसलमान रहते हैं, नहीं, वहां जैन भी हैं, सिख भी है और बाक़ी अल्पसंख्यक समुदाय भी रहते हैं फिर अल्पसंख्यकों को दबाने की दुहाई देकर केवल मुसलमानों का ही नाम क्यूँ लिया जा रहा है. जबकि ऐसा कुछ नहीं है- @AmitShah
996
जो ये कह रहे हैं की इस बजट में चुनाव को देखते हुए रेवड़ियां बांटी गई हैं, उन्होने तो ख़ुद कभी चुनाव को देखते हुए मूंगफलियां भी नहीं बांटी थीं.😄
997
जो पत्नी को पीटने वाले अपने विधायक से कभी इस्तीफ़ा लेने की हिम्मत नहीं कर पाए वो 1984 के सिख दंगा मामले में राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने चले थे.😄
998
ब्रेकिंग न्यूज़- @chitraaum को जन्मदिन की बधाई देने की मारा-मारी और आपाधापी में टूटे लॉक डाउन और सोशल डिसटेंसिंग के सारे नियम।😄
भीड़ बहुत थी इसलिए मैं नियमों का पालन करने के चक्कर में थोड़ा लेट हो गया। जन्मदिन की शुभकामनाएँ।😉🎂
999
क्या ओसामा बिन लादेन के मारे जाने का सबूत कभी किसी को सौंपा गया या अजमल आमिर कसाब और अफ़ज़ल गुरू को फ़ासी दिए जाने का कोई सबूत कभी किसी से मांगा गया या कभी किसी ने पेश किया?
1000
‘ग़द्दार ने ग़द्दार से कह दिया ग़द्दार,
अब सोच रहा है ग़द्दार कौन है ग़द्दार?’
😄