501
इतने तो नरेंद्र मोदी स्टेडियम के अंदर नहीं खेलेंगे जितने उसके बाहर खेल रहे हैं।
😄
502
ये स्वीकार करने में बुराई क्या है कि अमेठी के लोग सतही हैं उनमें वायनाड के लोगों जितनी गहराई नहीं है, अरे अगर गहराई होती तो पंद्रह सालों तक थोड़े ही जिताते रहते।
😄
503
कुछ शब्द बिगड़ने के बाद ज़्यादा सार्थक लगते हैं जैसे पश्चिम बंगाल में लोग बांग्ला भाषा के उच्चारण में राजनैतिक पार्टियों के प्रवक्ता को राजनैतिक पार्टी के प्रवोकता (‘Provoke’ta) कह रहे हैं।
😄
504
लगता है कहीं भी थूक देने वालों को समझाना पड़ेगा, ट्रेनिंग देनी पड़ेगी कि कब थूकना है, कहां थूकना है और किस पर थूकना है। कैसे समझाना है, देखिए-
youtu.be/DzAFA_JvbmQ
😄
505
जो कृषि क़ानूनों के बारे अधूरी जानकारी लेकर भी उसका विरोध करने के लिए भारत बंद और चक्का जाम करने पर आमादा हो जाते हैं वो तेल की बढ़ती क़ीमतों के विरोध में पूरी जानकारी होने के बाद भी सिर्फ़ आलोचना करके रह जाते हैं। ऐसा सेलेक्टिव विरोध करने वालों को क्या कहा जाए- ‘विरोधीजीवी’
😄
506
गलवान घाटी संघर्ष पर चीन के क़बूलनामे के बाद, तब भारतीय जवानों के पराक्रम पर संदेह करने वाले अब अगर समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें तो मैं उन्हें बताता हूँ, देखिए, पैट्रोल और डीज़ल तो बहुत महँगा हो गया है, तो आप ऐसा कीजिए कि अब चुल्लू भर पानी से काम चलाइए।
😄
507
सही कह रहे हैं सर, आपको गृह या रक्षा मंत्रालय मिल जाता तो आज भी ‘हिंदी चीनी भाई-भाई’ होते।😄 twitter.com/YashwantSinha/…
508
18 साल की हो जाए तो वोट डाल सकती है क्यूंकि समझदार हो गई है, ड्राइविंग कर सकती है क्यूँकि ज़िम्मेदारी समझती है, शादी भी कर सकती है क्यूंकि बड़ी हो गई है लेकिन देश के ख़िलाफ़ साज़िश रचने का आरोप लगा तो कह रह हैं कि 21 साल की बच्ची है।
😄
509
अगर #DishaRavi ने किसानों का समर्थन करके कुछ ग़लत नहीं किया तो फिर उसके साथी निकिता जैकब और शांतनु फ़रार क्यूँ हैं❓
510
जब #ValentinesDay पर प्रेम की ख़ातिर सब अपने-अपने चाहने वालों को चूम रहे थे तब वो देश की ख़ातिर अपनी-अपनी मौत को चूम रहे थे। नमन।🙏🏼
#PulwamaAttack
511
तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हारी पीठ में छुरा घोंप कर तुम्हें आज़ादी दूँगा।
😔
512
राजस्थान में किसानों से ये कहते हुए कि कृषि क़ानूनों से वो बर्बाद हो जाएँगे राहुल गांधी शायद भूल गए कि वहाँ के किसानों को तो उनकी सरकार पहले ही बर्बाद कर चुकी है।वादा था सरकार बनने के 10 दिन में क़र्ज़ माफ़ी का लेकिन क़र्ज़ तो छोड़िए 720 दिन बाद ब्याज़ तक माफ़ नहीं हुआ।#घंटीबजाओ
513
अब मौसम विभाग की ज़रूरत नहीं रही। केजरीवाल जी मफ़लर पहन लें तो समझो सर्दी आ गई है और राहुल जी हाफ़ शर्ट पहन लें तो समझो सर्दी गई।
😄
514
अरे हाँ, #दीपसिद्धू की गिरफ़्तारी से याद आया कि अपने नवजोत सिंह सिद्धू कहाँ हैं आजकल? नहीं... मेरा मतलब बहुत दिनों से देखा-सुना नहीं ना उनको।
😄
515
पीएम से अपनी तारीफ़ सुनकर ग़ुलाम नबी आज़ाद भी सोच में पड़ गए होंगे कि यार, इससे पहले अपनी इतनी तारीफ़ कब सुनी थी मैंने ?
😄
516
लोग पूछ रहे हैं कि आख़िर आंदोलनकारियों के भेष में छिपे आंदोलनजीवियों को पहचाना कैसे जाए? अरे भाई, इसमें पहचानना कैसा? आंदोलनजीवी सुनकर उन्हें ऐसी मिर्ची लगी है कि वो ख़ुद ही बिलबिलाते हुए बाहर निकल आए हैं।
😄
517
जो लता मंगेशकर और रेहाना में फ़र्क़ नहीं समझ पाए वो आंदोलनकारी और आंदोलनजीवी में फ़र्क़ क्या ख़ाक समझेंगे।
😄
518
ज़्यादा ख़ुश होने की ज़रूरत नहीं है। ऐसा भी तो हो सकता है कि रेहाना और मिया ख़लीफ़ा से किसान आंदोलन को समर्थन इसलिए दिलवाया गया हो ताकि हमारे किसान भाई गूगल और यूट्यूब पर इन्हें सर्च करने में इतने बिज़ी हो जाएँ कि उनका रहा-सहा आंदोलन भी कमज़ोर पड़ जाए।
😄
520
ख़बर एक- पॉप स्टार रेहाना के बाद अडल्ट स्टार मियाँ ख़लीफ़ा ने भी किसान आंदोलन का समर्थन किया।
ख़बर दो- किसान नेता राकेश टिकैत का मंच भरभरा के गिरा।
नोट- ये दोनों ख़बरें अलग-अलग हैं इनका आपस में कोई लेना-देना नहीं है।😄
521
ये आम बजट आम आदमी के लिए सही मायनों में एक संतुलित बजट है क्यूँकि इस बजट में ना आदमी से कुछ लिया गया है ना ही उसे कुछ दिया गया है।😄
#बजट2021
522
बहुत आभार @anamikamber आप बुद्धिजीवी हैं इसलिए व्यंग्य को व्यंग्य कह रही हैं, नहीं तो बुद्दूजीवी तो पता नहीं व्यंग्य को क्या-क्या कहते हैं।😄 twitter.com/anamikamber/st…
523
बहुत दिनों के बाद मेरे कैमरे की आत्मा प्रसन्न हुई है।😊
#anuraagmuskaanphotography
#photography
524
समझ नहीं आ रहा कि अफ़सोस ज़्यादा किस बात का है, वैक्सीन आ गई इस बात का या वैक्सीन नपुंसक बना देगी इस बात का?
😄
525
राहुल इटली चले गए और मैं इडली खा रहा हूँ। हम दोनों में यही फ़र्क़ है।😄